*इंदौर अंतरराष्ट्रीय खुशहाली दिवस पर"आनंद जीवन की मौलिक आवश्यकता है" विषय पर ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन* अंतरराष्ट्रीय ...
*इंदौर अंतरराष्ट्रीय खुशहाली दिवस पर"आनंद जीवन की मौलिक आवश्यकता है" विषय पर ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन*
अंतरराष्ट्रीय खुशहाली दिवस पर राज्य आनंद संस्थान अध्यात्म विभाग भोपाल के आव्हान इंदौर इकाई द्वारा नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर विकास हिमांशु चंद्र के निर्देशन में"आनंद जीवन की मौलिक आवश्यकता है" विषय पर ऑनलाइन संवाद का आयोजन राज्य आनंद संस्थान जिला इंदौर के माध्यम से किया गया। यह प्रामाणिक है कि खुशी के स्तर का आंकलन केवल भौतिक सुख-सुविधाओं के आधार पर नहीं किया जा सकता इनके अतिरिक्त यह भी चिंतन अति आवश्यक है कि व्यक्ति मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से कितना स्वस्थ एवं खुश है इन्ही बातों को केंद्रित करते हुए संवाद के प्रारम्भ में प्रार्थना एवं हास्य एक्टिविटी श्रीमती रचना छापेकर आनंदमयी माहौल निर्मित किया, विजय मेवाड़ा (जिला समन्वयक)द्वारा हैप्पीनेस रिपोर्ट 2021 पर चर्चा करते हुए राज्य आनंद संस्थान द्वारा आत्मीय आनंद हेतु आनंद संस्थान द्वारा संचालित गतिविधियां आनंद उत्सव आनंदम अल्पविराम आनंद सभा नेकी की दीवार जैसे कार्यक्रमों की जानकारी दी जो स्वैच्छिक सेवा के रूप में हम सभी आनंदको के माध्यम से संचालित हो रहे हैं ।
आनंद विषय पर विचार श्री अरविंद शर्मा शाखा प्रभारी अपने अनुभव साझा कर बता कि कैसे विषम परिस्थितियों में भी हम यदि दृष्टिकोण को प्रबल करें तो आनंद में रह सकते हैं।
मनोचिकित्सक डॉ आनंद गौड़ वर्तमान समय में आत्मीय आनंद की आवश्यकता पर अपने विचार रखे।
निर्लेश तिवारी- (आनंदम सहयोगी) खेलों का मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पर अपने विचार रखे।आनंदम सहयोगी श्रीमती मीनाक्षी मिश्रा ने राज्य आनंद संस्थान द्वारा संचालित अल्पविराम कार्यक्रम द्वारा उनके जीवन मे आये सकारात्मक प्रभाव ओर अनुभव साझा किए। सहायक प्राध्यापक विवेक तिवारी जी द्वारा आनंद को प्रभावित करने वाले कारकों पर अपने विचार रखे।प्राध्यापक डॉ मोनिका जैन ने बताया प्रकृति का सानिध्य आनंद की अनुभूति करता है। आनंदक मनीष पिपले रविशंकर भाटिया दिनेश चौधरी शकील अंजुम राकेश अग्रवाल अनिल चोरे संतोष वर्मा एवम आनंदक साथीयों ने सहभागिता की।
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