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गलत नज़रिए से कोई घूरे तो भी एफआईआर करा सकती हैं महिलाएं

- स्टार ग्रामीण ग्रामीण प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) में बीसी/बीएफ ट्रेनिंग के समापन पर बोलीं जिला न्यायाधीश अंजली पारे राजगढ़। स्ट...


- स्टार ग्रामीण ग्रामीण प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) में बीसी/बीएफ ट्रेनिंग के समापन पर बोलीं जिला न्यायाधीश अंजली पारे

राजगढ़। स्टार ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) राजगढ़ में चल रही बैंक मित्र के छ्ह दिनी प्रशिक्षण का समापन मंगलवार को आईआईबीएफ परीक्षा के साथ हो गया।  कोर्स कोर्डिनेटर, फैकल्टी सत्येंद्र जैन ने बताया कि इसमें 30 महिला प्रशिक्षुओं ने हिस्सा लिया। 

प्रशिक्षण के समापन पर आईं जिला न्यायाधीश श्रीमती अंजली पारे ने स दौरान विधिक जागरूकता शिविर के तहत महिला प्रशिक्षुओं को उनके अधिकार और कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी। श्रीमती पारे ने अपने संबोधन में कहा कि एक जज होने के नाते मैं कभी नहीं चाहती कि कोई महिला पीड़िता के रूप में मेरे कोर्ट पहुंचे। इसका मतलब ये नहीं कि महिलाएं अपने ऊपर हुए अत्याचार को सहन करें और आरोपी को बढ़ावा दें। बल्कि उन्हें अपने साथ घटित हर जोर जुल्म,  अत्याचार का कानूनी तौर पर जवाब जरूर देना चहिये। यहां तक कि किसी के गलत तरीके घूरने पर भी एफआईआर कराना चाहिये।

समापन समारोह में एलडीएम आरडी पंचाक्षरी व डीपीएम आजीविका मिशन संजय सक्सेना ने भी भागीदारी की।
एलडीएम श्री पंचाक्षरी ने कहाकि बैंक मित्र या बैंक सखी के तौर पर समाज मे आपकी जिम्मेदारी बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। आप न सिर्फ लोगों को घर पर ही बैंकिग सुविधा पहुंचा सकेंगी, बल्कि बुजुर्ग, असहाय व कम पढ़े लिखे लोगों की मदद कर समाजसेवा भी कर सकेंगी। आजीविका मिशन के डीएम अमित रावत ने कहा कि आरसेटी हर प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देता है। इस कारण यहां मिली ट्रेनिंग जीवन को बदल सकती है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि आजीविका मिशन सभी प्रशिक्षित महिलाओं और युवतियों के आत्मनिर्भर बनने में हर संभव मदद करेगा। ग्वालियर से आये गेस्ट फैकल्टी एससी जैन ने प्रशिक्षुओं को लगातार मेहनत कर आगे बढ़ने की सलाह दी। जबकि आरसेटी डायरेक्टर श्री टोप्पो ने सभी प्रशिक्षुओं से ट्रेनिंग के तुरंत बाद काम शुरू कर स्वावलंबी बनने का अनुरोध किया। फैकल्टी अंकिता सांकवा ने  बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के बाद 28 सितंबर को प्रशिक्षुओं की निःशुल्क ऑनलाइन आईआईबीएफ परीक्षा कराई गई। उन्होंने प्रशिक्षण में मार्गदर्शन देने आए सभी प्रोफेशनल्स का आभार भी जताया।

- सीएससी आईडी भी दीं
कार्यक्रम में मौजूद सीएससी जिला प्रबंधक अरविंद लववंशी ने बताया कि प्रशिक्षुओं को काम का मौका देने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) आईडी निःशुल्क बनाई गईं हैं। ताकि वे अपने गांव में सीएससी शुरू कर आत्मनिर्भर बन सकें।

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