- जिला प्रशासन का एक बार फिर सामने आया मानवीय चेहरा - पीडीएस की दुकानों पर ज्वार के बदले गरीबों को मिलना शुरू हुआ गेहूं - जिला प...
- जिला प्रशासन का एक बार फिर सामने आया मानवीय चेहरा
- पीडीएस की दुकानों पर ज्वार के बदले गरीबों को मिलना शुरू हुआ गेहूं
- जिला प्रशासन ने ज्वार की क्वालिटी को लेकर वरिष्ठ कार्यालय भोपाल को लिखा था पत्र
- जिले में 1602 मैट्रिक टन ज्वार आया था, अब इसके बदले मिल रहा गेहूं
राजगढ़। जिलेभर की शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर गरीबों को वितरण किये जाने वाले अनाज में सरकार ने विगत दिवस ज्वार भी शामिल की थी। लेकिन ज्वार की क्वालिटी सही नही होने एवं गुणवत्ताहीन होने के कारण लोगों ने जिला प्रशासन से शिकायत की थी एवं समाचार पत्रों में भी प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई थी। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा ज्वार का सत्यापन करवाया गया, तो ज्वार गुणवत्ताहीन होने के चलते अपर कलेक्टर कमलचंद्र नागर ने वरिष्ठ कार्यालय भोपाल को पत्र लिखा था।
एक नजर पत्र पर
अपर कमलचंद्र नागर ने संचालक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण म.प्र. भोपाल को अवगत कराते हुए पत्र में लिखा कि राजगढ़ जिले के प्रदाय केन्द्रों पर माह अप्रैल 2022 में ज्वार का आवंटन संचालनालय द्वारा दिया गया था, जिसमें से 1602 मैट्रिक टन ज्वार अमानक स्तर की होने के कारण इस कार्यालय के उपरोक्त संदर्भित पत्र द्वारा अनुरोध किए जाने पर ज्वार के स्थान पर गेहूं के वितरण की अनुमति संचालनालय भोपाल स्तर से पीओएस में प्रदर्शित करवायी गयी थी। जिले के 07 प्रदाय केन्द्रों पर कुछ उचित मूल्य दुकानों के उपरोक्त अवधि कि दौरान ज्वार के आर.ओ.पोर्टल से जारी होन के कारण उक्त दुकानों पर गेंहू के बिल डिस्पेज करने पर वर्तमान में भी ज्वार ही प्रदर्शित होने बावत जानकारी जिला प्रबंधक एम.पी.एस.सी.एस.सी. द्वारा दी जाकर तकनीकी समस्या के निराकरण हेतु अवगत कराया गया है।
अतः कृपया उक्त तकनीकी की समस्या का यथाशीघ्र निराकरण करवाने का कष्ट करे, ताकि उक्त तकनीकी समस्या के कारण अप्रैल माह के शेष गेहूं के आवंटन को दुकानों पर परिवहन करवाया जा सके।
गरीबों को राहत
अपर कलेक्टर कमलचंद्र नागर ने भोपाल किया पत्रा-चार के बाद भोपाल वरिष्ठ कार्यालय ने पत्र को स्वीकारते हुए ज्वार के बदले गेहूं की सहमति प्रदाय की गई। वर्तमान में राज्य शासन द्वारा सहमति प्रदान करने के उपरांत उपभोक्ताओ को गेहूं मिलना भी शुरू हो गया है। जिले के उपभोक्ताओं द्वारा खराब ज्वार के स्थान पर अच्छी गुणवत्ता का गेहूं मिलने पर खुशी व्यक्त की गई।
- जिले भ भर में कुल उचित मूल्य की दुकान 613
- जिले में 1602 मैट्रिक टन ज्वार आया था। अब इसके बदले मिलेगा गेहूं।
- जिले की उचित मूल्य की दुकानों से ज्वार के बदले गेहूं मिलना शुरू भी हो गया है।
- समाचार पत्रों के माध्यम से यह जानकरी प्राप्त हुई थी कि निम्न गुणवत्त्ता का ज्वार जिले के उपभोक्ताओं को प्रदाय किया जा रहा है। जानकारी का सत्यापन कराया गया एवं राज्य शासन से अनुरोध किया गया कि ज्वार की गुणवत्ता को देखते हुए इसे परिवर्तित कर गेहूं प्रदाय किया जाए। जिस पर राज्य शासन द्वारा मंजूरी दी गई है फलस्वरूप ज्वार के स्थान पर उन्हें गेहूं दिया जा रहा है। मैं समस्त समाचार पत्रों को धन्यवाद ज्ञापित करता हूं कि उनके द्वारा जनहित से जुडा मुद्दा संज्ञान में लाया गया, जिससे नागरिकों की असुविधा दूर हुई। भविष्य में भी जनकल्याण से जुडे़ समाचारों पर त्वारित कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी।
कमलचंद्र नागर
अपर कलेक्टर, राजगढ़
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