केंद्रीय विद्यालय राजगढ़ में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद की जयंती समारोह का हुआ आयोजन राजगढ़ केंद्रीय विद्याल...
केंद्रीय विद्यालय राजगढ़ में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद की जयंती समारोह का हुआ आयोजन
राजगढ़ केंद्रीय विद्यालय राजगढ़ में दिनांक 23 जुलाई को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के अंतर्गत देश के महान देशभक्त एवं क्रांतिकारी नेता लोकमान्य श्री बाल गंगाधर तिलक तथा श्री चंद्रशेखर आजाद की जयंती समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में कक्षा 12 वीं सीबीएसई परीक्षा परिणाम 2022 में कला संकाय में भोपाल क्षेत्र में द्वितीय स्थान प्राप्त कर विद्यालय का गौरव बढ़ाने वाले विद्यार्थी शिवम आशीष के पिता श्री सतीश कुमार एवं माता श्रीमती मंजू लता उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य श्री नंदकिशोर सोनी, मुख्य अतिथि, वरिष्ठतम शिक्षक श्री पुरुषोत्तम पाटीदार, पीजीटी अर्थशास्त्र श्रीमती सुमन सिंह, पीजीटी इतिहास श्री श्यामसुंदर मीणा, टीजीटी अंग्रेजी श्रीमती शारदा सेन आदि द्वारा विद्या की देवी मां सरस्वती, महान क्रांतिकारी नेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन,माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुई। इस दौरान छात्र शिवम आशीष भी उपस्थित रहा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि श्री सतीश कुमार द्वारा अपने पुत्र शिवम आशीष के भोपाल क्षेत्र में द्वितीय स्थान पर रहने पर धन्यवाद स्वरूप विद्यालय प्राचार्य तथा विद्यालय के समस्त शिक्षकों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के दौरान पीजीटी अर्थशास्त्र श्री सुमन सिंह द्वारा लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद के जीवन परिचय तथा उनके द्वारा देश के लिए किए गए त्याग को छात्रों के समक्ष अपने उद्बोधन के रूप में रखा गया। इसी श्रंखला में विद्यालय में राजनीति विज्ञान शिक्षिका की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली शिक्षिका सुश्री प्रियंका मीना पीआरटी द्वारा लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के जीवन से जुड़े हुए विभिन्न तथ्यों को बड़ी कुशलता के साथ छात्रों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की कक्षा 12 ( स ) द्वारा मुख्य भूमिका निभाई गई जिसमें छात्रा संजना और छात्र जतिन कराडे द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किए गए वहीं दूसरी तरफ इसी कक्षा की छात्राओं द्वारा देशभक्ति समूह गान प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्राचार्य महोदय द्वारा दोनों महान क्रांतिकारियों के जीवन से जुड़े हुए विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि इन क्रांतिकारियों द्वारा देश के लिए किए गए त्याग को आज हम किसी भी रूप में चुका नहीं सकते हैं, इन्होंने निस्वार्थ भाव से देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपने प्राणों का खुशी खुशी बलिदान कर दिया साथ ही प्राचार्य महोदय द्वारा वर्तमान परिस्थितियों में देश के युवा की भूमिका पर अपना खेद प्रकट करते हुए कहा कि आज का युवा अपने कर्तव्यों को भूलकर देश की करोड़ों की संपत्ति को पल भर में नुकसान पहुंचाने से पीछे नहीं हटता है। जो कि बिल्कुल गलत है वहीं दूसरी तरफ ऐसे क्रांतिकारी लोग थे जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान कर दिया। इसलिए आज के युवा को इन दोनों क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेते हुए देश के प्रति अपने कर्तव्य का बोध करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के वरिष्ठतम शिक्षक श्री पुरुषोत्तम पाटीदार द्वारा आभार प्रकट किया गया एवं कार्यक्रम समापन की उद्घोषणा की गई। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन कक्षा 12 स की छात्रा अनाया द्वारा किया गया।
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