राज्य सायबर पुलिस इंदौर की त्वरित कार्यवाही से बिजली बिल जमा कराने के नाम पर सायबर ठगी की शिकार हुई पीड़ित महिला को वापस मिले 2,...
राज्य सायबर पुलिस इंदौर की त्वरित कार्यवाही से बिजली बिल जमा कराने के नाम पर सायबर ठगी की शिकार हुई पीड़ित महिला को वापस मिले 2,00,023 रुपये , बिजली का बकाया बिल जमा करने के लिए आया था फर्जी मैसेज ,
• विद्युत विभाग का अधिकारी बताकर बिल जमा ना कराने की स्थिति में कनेक्शन काट देने की गई थी धमकी ।
• आवेदिका से क्तिक सपोर्ट एप डाउनलोड कराकर बैंक संबंधी जानकारी प्राप्त 2,00,023 / रुपए की धोखाधड़ी को दिया अंजाम , फ्राइस्टर ने फ्राड की संपूर्ण राशि को पेयू मनी , राजर - पे के माध्यम से टायटन कंपनी लिमिटेड में कर ली थी स्थानांतरित ,
• आवेदिका पूजा ( परिवर्तित नाम ) द्वारा की गई शिकायत पर त्वरित रूप से कार्यवाही के फलस्वरुप वापस कराई गई फ्राड की संपूर्ण राशि ,
श्री देशमुख , अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक , राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय व्दारा सायबर फायनेंसियल फ्राड के रोकथाम पर प्रभावी कार्यवाही कर निराकरण के हाल ही में निर्देश दिये गये । उक्त निर्देशों के पालन में की गई कार्यवाही में राज्य सायबर सेल इंदौर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह के द्वारा बताया गया कि दिनांक 24/08/2022 को आवेदिका पूजा ( परिवर्तित नाम ) निवासी इंदौर व्दारा शिकायत की गई कि उनके मोबाईल नंबर पर किसी अज्ञात व्यक्ति व्दारा बिजली का बिल बकाया होने व इसके भुगतान के संबंध में मैसेज प्राप्त हुआ कि बिजली के बिल का भुगतान ना किये जाने की दशा में कलेक्शन काट दिया जावेगा मैसेज पर दिये गए मोबाईल नंबर पर संपर्क करने का कहा गया । आवेदिका से क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड कराकर बैंक संबंधी जानकारी प्राप्त कर नेटबैंकिंग के माध्यम से 2,00,023 / - रुपए धोखाधड़ी पूर्वक स्थानांतरित करा लिये गए आवेदिका को HDFC बैंक से उक्त ट्रांजेक्शन होने के संबंध में मैसेज प्राप्त होने पर जालसाजी का पता चला । उक्त अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलते ही आवेदिका ने राज्य सायबर जोन कार्यालय इंदौर में उपस्थित होकर अपने साथ हुए फायनेसियल फ्राड की शिकायत दर्ज कराई । शिकायत को गंभीरता से देखते त्वरित कार्यवाही कर प्राप्त बैंक स्टेटमेंट , मोबाईल पर प्राप्त मैसेज का अध्ययन कर अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी संकलित की गई । संकलित जानकारी के आधार पर फाडस्टर द्वारा फ्राड की संपूर्ण राशि पीटीएमपेयू मनी , राजर - पे के माध्यम से टायटन कंपनी लिमिटेड में स्थानांतरित कर लेना पाया गया ।
बैंक को त्वरित ई - मेल व दुरभाष से संपर्क कर अवैध ट्रांजेक्शन को रोकने संबंधी प्रक्रिया पूर्ण की गई , साथ ही स्थानांतरित राशि के संबंध में नोडल अधिकारी से सीधे संपर्क कर त्वरित कार्यवाही की गई जिसके फलस्वरूप आवेदिका पूजा ( परिवर्तित नाम ) निवासी इंदौर को फाड़ की संपूर्ण राशि 2,00,023 / - रुपए वापस कराने में सफलता प्राप्त हुई । उक्त कार्यवाही में निरीक्षक रामसुमेर तिवारी , उप निरीक्षक मनीषा पाठोदे की सराहनीय भूमिका रही ।
Advisory =
* फायनेंसियल फ्राड की जानकारी मिलते ही त्वरित रूप से शिकायत करें ,
* फोन पर बताए गए किसी खाते , मोबाईल नंबर या एप पर पेमेंट ना करे नजदीकी विद्युत वितरण कार्यालय में जाकर तस्दीक कर लें कि उनका ऑफिशियल एप कौन सा है , उसी एप के माध्यम से बिजली के बकाया बिल का भुगतान करें ।
*कभी किसी संदिग्ध मैसेज पर विश्वास कर KYC अपडेट , आधार , पैनकार्ड लिंक करने वाले मैसेज पर विश्वास ना करें ,
* विद्युत विभाग से बिजली बिल जमा करने के संबंध में कोई भी मैसेज प्राप्त होने पर कार्यालय जाकर ही जानकारी प्राप्त करें ,
• रिमोट एप जैसे टीम व्युवर , एनीडेस्क , क्विक सपोर्ट आदि किसी के कहने पर इंस्टाल ना करें ,
* फोन काल पर अज्ञात व्यक्ति व्दारा दिये गए निर्देशों का पालन कतई नहीं करें ,
* क्यूआर कोड स्केन करने पर बैंक खाते से रुपये निकलते हैं ,
* अपनी कोई भी फायनेंसियल जानकारी अथवा व्यक्तिगत जानकारी सोशल मिडिया पर शेयर नहीं करें ।
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