*हाथों में रचाई संविदा मेंहदी* *गधे को ज्ञापन देकर जताया विरोध,* *संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल लगातार 8वें दिन भी जार...
*हाथों में रचाई संविदा मेंहदी*
*गधे को ज्ञापन देकर जताया विरोध,*
*संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल लगातार 8वें दिन भी जारी*
*राजगढ़।* संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल को पूरा एक सप्ताह हो गया है। फिलहाल हड़ताल के खत्म होने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। एक ओर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने मन बना लिया है कि इस बार बिना नियमितिकरण और निष्कासित साथियों की बहाली के बिना नहीं उठेंगे। वहीं दूसरी ओर प्रदेश स्तरीय संगठन को सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस आश्वासन या लिखित में मांगे माने जाने संबंधी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
संविदा जिलाध्यक्ष सुधेंदु श्रीवास्तव ने बताया कि गुरूवार को हड़ताल के दौरान पंडाल में महिलाओं ने संविदा मेहंदी लगाई और समस्त कर्मचारियों ने गधे को ज्ञापन दिया गया। इस बात को संकेतक रूप से सरकार के द्वारा हमारी मांगे अनदेखी करते हुए उन्हें न मानने के रूप में देखा जा सकता है। साथ ही संविदा कर्मचारियों को गधे के बोझ की तरह काम सौंपे जाते हैं और वेतन कम दिया जा जाता है जिससे एक संविदाकर्मी अपना और अपने परिवार का आधा पेट ही भर पाता है। इसी तरह मांगे नहीं माने जाने तक प्रतिदिन विरोध जारी रहेगा।
*कोरोना योद्धा माना था स्वास्थ्यकर्मियों को*
जिस समय कोरोना अपनी पीक पर था उस समय आमजन के स्वास्थ्य का सबसे अधिक ध्यान रखने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना योद्धा नाम दिया था। इनमें भी संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने अपनी और आपने परिवार की जान खतरे में डालकर आमजन को सेवाएं दी थी। फिर भी सरकार ने आज तक उनको नियमितिकरण से लेकर अन्य सुविधाएं देना भी उचित नहीं समझा। इसी कारण सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा।
-* देश दुनिया की खबरों के माध्यम से पता चल रहा है कि कोरोना महामारी फिर से अपना पैर पसार रही है। देश के कई प्रदेशों में सर्वे, कान्टेक्ट ट्रेसिंग, रिपोर्टिंग, जांच आदि का काम शुरू करने के निर्देश मिल रहे हैं। फिर भी सरकार हमसे बात कर मांगे मानने की पहल नहीं कर रही है। ये सीधे सीधे आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने जैसा है।
*सुधेंदु श्रीवास्तव
जिलाध्यक्ष संविदा स्वा.कर्मचारी संघ राजगढ़*
कोई टिप्पणी नहीं