खिलचीपुर सीट से इस बार फिर आमने सामने हजारी लाल दांगी और प्रियव्रत सिंह खीची। खिलचीपुर विधानसभा सीट पर अब तक हुए 13 बार चुनाव मे...
खिलचीपुर सीट से इस बार फिर आमने सामने हजारी लाल दांगी और प्रियव्रत सिंह खीची।
खिलचीपुर विधानसभा सीट पर अब तक हुए 13 बार चुनाव में 9 बार कांग्रेस और 2 बार बीजेपी को जीत मिली है. बीजेपी के 2023 के चुनाव में फिर से उम्मीदवार बनाए जाने वाले हजारी लाल दांगी पहले कांग्रेस में ही थे. वह साल 1998 में कांग्रेस से विधायक भी रह चुके हैं.
मध्य प्रदेश का राजगढ़ जिला अपने खास राजनीतिक महत्व के लिए जाना जाता है. जिले के तहत 5 विधानसभा सीटें आती हैं, जिसमें खिलचीपुर विधानसभा सीट भी शामिल है. कांग्रेस के प्रियव्रत सिंह यहां पर 3 बार चुनाव जीत चुके हैं. एक तरह से यह सीट कांग्रेस का गढ़ रहा है. फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है. मध्य प्रदेश में एक चरण में 17 नवंबर को वोटिंग कराई जाएगी. भारतीय जनता पार्टी ने खिलचीपुर सीट से हजारी लाल डांगी को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने प्रियव्रत सिंह के रूप में यहां पर अपनी चुनौती पेश की है.
प्रदेश की खास सीटों में से एक खिलचीपुर विधानसभा पर बीजेपी की ओर से जारी की गई दूसरी सूची में हजारी लाल दांगी को फिर से इस सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया था. वर्तमान विधायक और कांग्रेस की सरकार में ऊर्जा मंत्री रह चुके यहां के रियासत परिवार के प्रियवंत सिह की उम्मीदवार है. राजगढ़ जिले के खिलचीपुर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 163 है.
कितने वोटर, कितनी आबादी
2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो खिलचीपुर सीट पर 9 उम्मीदवारों की ओर से चुनौती पेश की गई थी. लेकिन मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच रहा. कांग्रेस के प्रत्याशी प्रियव्रत सिंह को 101,854 को वोट मिले तो बीजेपी के हजारी लाल दांगी के खाते में 72,098 वोट आए. शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रियव्रत सिंह को 29,756 मतों के अंतर से जीत मिली.
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