राज्य सायबर पुलिस इंदौर की त्वरित कार्यवाही से सायबर ठगी की अंश राशि वापस कराने में मिली सफलता टेलिग्राम पर रिव्यू, सब्सक्राईब, ...
राज्य सायबर पुलिस इंदौर की त्वरित कार्यवाही से सायबर ठगी की अंश राशि वापस कराने में मिली सफलता
टेलिग्राम पर रिव्यू, सब्सक्राईब, लाईक करने संबंधी टास्क कम्पलिट करने पर कमीशन बतौर अच्छा पैसा कमाने का झांसा देकर ठगी गई फ्राड की राशि 10,60,000/- रुपये फ्रीज कराने तथा अंशराशि 8,00,500/- रुपए रिफण्ड कराने में मिली सफलता
• टेलीग्राम पर पीड़िता को दिए गए टास्क पूर्ण करने के नाम पर कमीशन बतौर राशि चरणबध्द तरीके से बढ़ा कर मिलने का झांसा देकर ठगे गए थे 10,60,000/ रुपए
• प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही से फ्राड की अंश राशि आठ लाख पाँच सौ रुपए आवेदिका को वापस कराने में में मिली सफलता,
• पीड़ित मजदूर परिवार को फ्रॉड की राशि वापस दिलाने पर पुलिस के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई
श्री योगेश देशमुख, श्रीमान् अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महोदय, राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल व्दारा सायबर फायनेंसियल फ्राड के रोकथाम पर प्रभावी कार्यवाही कर निराकरण के हाल ही मे निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशो के पालन में की गई कार्यवाही में राज्य सायबर सेल इंदौर, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह के व्दारा बताया गया कि दिनांक 18/11/2023 को साफ्टवेयर कंपनी में जॉब करने वाली साफ्टवेयर इंजीनियर इंदौर निवासी युवती व्दारा राज्य सायबर जोन इंदौर पर शिकायत की गई कि उसके साथ टेलीग्राम पर टास्क टास्क पूर्ण करने के नाम पर कमीशन बतौर राशि चरणबध्द तरीके से बढ़ा कर मिलने का झांसा देकर ठगे गए 10,60,000/ रुपए धोखाधडी पुर्वक स्थानांतरित करवाए गये है। शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते हुये बैंक स्टेटमेंट प्राप्त कर इसका गहन अध्ययन करते विभिन्न संदिग्ध बैंक खातों में स्थानांतरित फ्रॉड की राशि 10,60,000/- रुपए संबंधित बैंक नोडल से चर्चा कर व ईमेल के माध्यम से डेबिट फ्रीज कराई गई।
उक्त शिकायत की जाँच तत्परता पूर्वक करते हुए, फ्रॉडस्टर्स के संदिग्ध बैंक खातों से 8,00,500/- (आठ लाख पाँच सौ) रुपए पीड़िता के खाते में रिफण्ड कराए जाने में सफलता प्राप्त हुई है। शिकायत पर अग्रिम जाँच जारी है। यहाँ उल्लेखनीय है कि आवेदिका प्रायवेट जॉब करती है तथा पिता मजदूरी करते है, परिजन इस धोखाधड़ी की घटना से काफी आहत थे, आज दिनांक को आवेदिका व परिजनो व्दारा कार्यालय उपस्थित होकर पुलिस की तत्परतापूर्वक की गई कार्यवाही के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई है।
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक रामसुमेर तिवारी, उप निरीक्षक मनीषा पाठोदे, प्रधान आरक्षक 869 विक्रांत तिवारी की सराहनीय भूमिका रही।
Advisory –
टेलिग्राम पर किसी भी अनजान प्रोफाईल, ग्रूप या चैनल से ना जूड़े ना ही किसी दिए गए लिंक पर क्लिक करें। सतत—2->
क्रिप्टो करेंसी निवेश पर अत्यधिक लाभ, शॉपिंग या जॉब आफर्स से लालच में फीस रजिस्ट्रेशन, एडवांस ट्रेडिंग मनी आदि के नाम पर किसी खाते में पैसे जमा ना करें।
टेलिग्राम पर किसी लिंक के माध्यम से ओपर हुए एप, वेबपेज पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज ना करें।
अपने सभी सोशल मीडिया व ईमेल एकाउंट्स आदि पर टू फेक्टर ऑथेंटिकेशन की सूविधा चालू करे ताकि आपके एकाउण्ट आसानी से हैक ना किए जा सके।
फायनेंसियल फ्राड की जानकारी मिलते ही त्वरित रुप से शिकायत करें,
टेलिग्राम एप पर अनजान व्यक्तियों व्दारा बनाए गए ग्रुप में शामिल होकर टास्क पूर्ण करने पर मिलने वाली राशि के प्रलोभन में ना आवें।
कभी किसी संदिग्ध मैसेज पर विश्वास कर KYC अपडेट, आधार, पैनकार्ड लिंक करने वाले मैसेज पर विश्वास ना करें,
रिमोट एप जैसे टीम व्युवर, एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट आदि किसी के कहने पर इंस्टाल ना करें,
फोन काल पर अज्ञात व्यक्ति व्दारा दिये गए निर्देशों का पालन कतई नही करें. गूगल से प्राप्त कस्टमर केयर/ हेल्प लाईन नंबर पर विश्वास ना करें।
अपनी कोई भी फायनेंसियल जानकारी अथवा व्यक्तिगत जानकारी सोशल मिडिया पर शेयर नही करें।
सायबर संबंधी अपराध की शिकायत सायबर ऑनलाईन पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर तथा हेल्पलाईन नंबर 1930 पर भी की जा सकती है।
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