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ऐप बनाने के नाम पर लगभग 01 करोड रुपए की धोखाधडी करने वाले को राज्य सायबर सेल इंदौर ने किया गिरफ्तार – Cyber News Indore

आस्ट्रेलियन नागरिक के साथ ऐप बनाने के नाम पर लगभग 01 करोड रुपए की धोखाधडी करने वाले को राज्य सायबर सेल इंदौर ने किया गिरफ्तार, साथ ही जप्त...

आस्ट्रेलियन नागरिक के साथ ऐप बनाने के नाम पर लगभग 01 करोड रुपए की धोखाधडी करने वाले को राज्य सायबर सेल इंदौर ने किया गिरफ्तार, साथ ही जप्त की गई वेबसाईट की होस्टिंग की आनरशिप


 मूल फरियादी आस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य का रहने वाला है ।
 मुल फरियादी द्वारा इंदौर शहर के एक व्यक्ति को अर्टानी के माध्यम से पुलिस में शिकायत करने हेतु अधिकृत किया 
 आरोपी द्वारा एप्पल कंपनी के नाम का प्रयोग कर फरियादि के लिए एप्पल से अनुंबध वाला प्रोजेक्ट बनाने के नाम पर लगभग 1,77,000 आस्ट्रेलियन डालर (भारतीय मुद्रा मुल्य लगभग 1 करोड रुपए) लिए 
 आरोपी से मूल फरियादी का संपर्क फ्रीलांसर वेबसाइट से हुआ
 मूल फरियादी द्वारा वीडियो कॉलिंग /कॉन्फ्रेंस हेतु एक वेब एप्लीकेशन तैयार करवाना चाहता था
 आरोपी द्वारा मूल फरियादी के लिए बनाए गए वेब एप्लीकेशन को एप्पल के वेब ब्राउजर (सफारी) पर चलाने में आ रही समस्या बता कर की गई धोखाधडी 
 आरोपी द्वारा मूल फरियादी को एप्पल के प्लेटफार्म एप्पल आईफोन, आईपैड, मैकबुक के लिए विशेष एप्लीकेशन बनाने और एप्पल कंपनी की डिवाइस में सुचारु संचालन के लिए तकनीकी कोड प्राप्त करने और एप्पल कंपनी के साथ पार्टनरशिप करने की आवश्यकता बता कर ली बडी राशि वेबसाईट बनाने के दौरान मूल फरियादी से समय-समय पर टुकड़ों टुकड़ों में ऑस्ट्रेलियन डॉलर मे राशि ली जाती रही ।

 वेबसाईट बनाने के बाद वेबसाईट अपडेट करने के नाम पर राशि ली जाती रही ।
 एप्पल कंपनी के डिवाइसो पर चलाने के लिए डेवलप करने के नाम पर राशी जी जाती रही ।
 वेबसाईट को चलाने के लिए होस्टिंग सर्वर भी अपने पास ही रखा ।
 आवेदक से औऱ पैसा लेने के लिए फर्जी एग्रीमेंट बनाया ।
 एनजीओ बनाने के लिए भी पैसा लिया गया ।
 आरोपी द्वारा मूल फरियादी के लिए जो वेबसाईट बनाई जा रही थी, उसे आरोपी द्वारा महत्वपुर्ण साक्ष्य नष्ट होने से बचाने के लिए वेबसाईट की होस्टिंग को मान. न्यायालय की अनुमति से आरोपी के आधिपत्य से लेकर होस्टिंग को सायबर सेल के कब्जे में लिया ।

   श्री योगेश देशमुख, श्रीमान् अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महोदय, राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल व्दारा सायबर फायनेंसियल फ्राड के रोकथाम पर प्रभावी कार्यवाही कर निराकरण के हाल ही मे निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशो के पालन में की गई कार्यवाही में राज्य सायबर सेल इंदौर, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह के व्दारा बताया गया कि दिनांक 09/05/2023 को एक एफआईआर दर्ज की गई जिसमे आस्ट्रेलिया निवासी मूल फरियादी के साथ एप्पल कंपनी के नाम से जुडकर उसके लिए प्रोजेक्ट बनाने के नाम पर लगभग 1,77,000 आस्ट्रेलियन डालर (भारतीय मुद्रा मुल्य लगभग 1 करोड रुपए) की राशि लेकर कार्य न करने के संबध में धोखाधडी की जाना बताया है । उक्त संबध मे स्थानीय आवेदक के रिश्तेदार जो कि आस्ट्रेलिया मे कार्य करते है, उनका मूल फरियादी से परिचित होना बताया जिसके माध्यम से शिकायत दर्ज करने हेतु ऑस्ट्रेलिया में नोटरी तैयार कर अनावेदक/आरोपी के इंदौर में स्थित होने के कारण इंदौर में स्थित आवेदक को इंदौर में शिकायत दर्ज करने हेतु अधिकृत करा गया ।

               उप पुलिस अधीक्षक श्री नरेन्द्र रघुवंशी के मार्गदर्शन मे त्वरित कार्यवाही करते हुए एक पुलिस टीम निरीक्षक दिनेश वर्मा हमराह उप निरीक्षक संजय चौधरी, आर राकेश बामनिया की गठित की गई । स्थानीय शिकायतकर्ता के कथन लिए गए, जिसमे उसकी राशि वापस, उसका अभी तक बना प्रोजेक्ट वापस लेने के लिए सर्वर होस्टींग के क्रिडेंन्शीयल वापस लेने ओर पुलिस कार्यवाही के लिए कहा ।आस्ट्रेलिया निवासी मुल फरियादी के कथन विडीयो काफ्रेंसींग के माध्यम से लिए गए । फरियादी द्वारा आरोपी को दी गई राशि के भारत में संबधित बैंक से ट्रांजेक्शन संबंधी जानकारी प्राप्त की गई, जिसमे आरोपी के बैंक खाते में टुकडो टुकडो में राशि जाना पाया गया ।

     अनावेदक / आरोपी द्वारा मूल फरियादी के लिए बनाए गए वेब एप्लीकेशन को एप्पल के वेब ब्राउजर (सफारी) पर चलाने में आ रही समस्या बताई गई ,अनावेदक द्वारा मूल फरियादी को एप्पल के प्लेटफार्म एप्पल आईफोन, आईपैड, मैकबुक के लिए विशेष एप्लीकेशन बनाने और एप्पल कंपनी की डिवाइस में सुचारु संचालन के लिए तकनीकी कोड प्राप्त करने और एप्पल कंपनी के साथ पार्टनरशिप करने की आवश्यकता बताई । इन सभी कार्यों के लिए मूल फरियादी द्वारा अनावेदक को समय-समय पर टुकड़ों टुकड़ों में राशि दी जाती रही, अनावेदक द्वारा एप्पल कंपनी में भागीदार बनने के लिए उसके शेयर खरीदने के लिए राशि लेना बताया,जिस पर कोई शेयर सर्टिफिकेट आवेदक को नहीं दिया गया । एप्पल कंपनी से समझौता करने हेतु एप्पल कंपनी के साथ एनजीओ का जुडा होना आवश्यक बताया, उसके लिए एनजीओ बनाने हेतु अनावेदक द्वारा मूल फरियादी से एनजीओ बनाने के लिए भी राशि ली गई ,बाद में एनजीओ के लिए पैन कार्ड की आवश्यकता बता कर भी राशि ली गई, किंतु कभी भी मूल फरियादी को एनजीओ के दस्तावेज या पैन कार्ड के दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराना बताया । 
             आरोपी मंयक सलुजा द्वारा माननीय जिला न्यायालय एवं उच्च न्यायालय में भी अग्रिम जमानत के आवेदन दिए गए, जहा से उसके अग्रिम जमानत के आवेदन को निरस्त करा गया ।
              आरोपी ने उसका पुराना घर भी बेचना पाया गया , उसके नए पते की जानकारी के लिए सायबर सेल द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहै थै, तकनीकी साधनो का प्रयोग कर आरोपी के नए पता मालूम कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया ।
              आरोपी ने पुछताछ में बताया कि आस्ट्रेलिया निवासी मूल फरियादी ने वेबसाईट का डोमेन स्वंय खरीदा था, जिस पर आरोपी द्वारा कार्य किए जाने का कह राशि ली जार रही थी। उक्त वेबसाईट की होस्टिंग पहले मुल फरियादी ने hostgeek पर थी। उसके बाद आरोपी के कहने पर उसने होस्टिंग आरोपी को ट्रांसफर कर दी थी , जिसके कारण आरोपी द्वारा वेबसाईट पर जो भी कार्य किया जा रहा था, उसका सी पेनल मूल फरीयादी एक्सेस नहीं कर पा रहा था ।

            आरोपी द्वारा मूल फरियादी के लिए जो वेबसाईट बनाई जा रही थी, उसे आरोपी द्वारा महत्वपुर्ण साक्ष्य नष्ट होने से बचाने के लिए वेबसाईट की होस्टिंग को मान. न्यायालय की अनुमति से आरोपी के आधिपत्य से लेकर होस्टिंग को सायबर सेल के कब्जे में लिया । प्रकरण में स्काईप एवं एप्पल कंपनी को जानकारी हेतु पत्र ई मेल के माध्यम से भेजा गया है ।प्रकरण में अनुसंधान जारी है।

 उक्त कार्यवाही में राज्य सायबर जोन इंदौर के उप पुलिस अधीक्षक श्री नरेन्द्र रघुवंशी के मार्गदर्शन मे निरीक्षक दिनेश वर्मा, उनि. संजय चौधरी, आर. राकेश बामनिया, आर.गजेन्द्र सिंह राठौर की सराहनीय भूमिका रही।
       
  आरोपी का विवरण – 
1 मंयक सलुजा उम्र- 40 वर्ष निवासी ग्रीन पार्क इंदौर

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